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बाजार में सबसे पहले पहुंचेगा कोरोना का हिंदुस्तानी टीका, ये कंपनियां पूरे कर चुकीं हैं सभी ट्रायल, देखें पूरी जानकारी




भारतीय कंपनियां ह्युमन क्लीनिकल ट्रायल के स्टेज में हैं। जबकि बाकी अभी वहां पहुंचने वाले हैं। भारत की छह भारतीय कंपनियां कोविड-19 के लिए वैक्सीन विकसित करने पर काम कर रही हैं। करीब 70 वैक्सीन कैंडिडेट्स पर टेस्ट किया जा रहा है। कम से कम तीन टेस्ट ह्युमन क्लिनिकल ट्रॉयल के चरण में है।

नई दिल्ली। भारत ने न केवल कोरोना वायरस पर सबसे कम समय में लगाम लगाने में सफलता हासिल कर ली है बल्कि भारत ही संभवतः वो पहला देश होगा तो कोविड-19 (कोरोना वायरस) का वैक्सीन (टीका) दुनिया में सबसे पहले विकसित कर लेगा। इस समय अमेरिका, आस्ट्रेलिया, चीन, इजराइल समेत कई देश कोविड-19 का वैक्सीन विकसित करने में जुटे हैं। उम्मीद है कि भारत इन सबसे पहले बाजी मार लेगा। ऐसा बताया जा रहा है कि भारतीय कंपनियां ह्युमन क्लीनिकल ट्रायल के स्टेज में हैं। जबकि बाकी अभी वहां पहुंचने वाले हैं। भारत की छह भारतीय कंपनियां कोविड-19 के लिए वैक्सीन विकसित करने पर काम कर रही हैं। करीब 70 वैक्सीन कैंडिडेट्स पर टेस्ट किया जा रहा है। कम से कम तीन टेस्ट ह्युमन क्लिनिकल ट्रॉयल के चरण में है। हालांकि ये वेक्सीन भी 2021 में ही बाजार में आयेगा लेकिन दुनिया में पहला वेक्सीन हो सकता है जो बाजार में पहुंचेगा।

ट्रांजैशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट, फरीदाबाद के कार्यकारी निदेशक गगनदीप कांग ने मीडिया को बताया कि जायडस केडिला दो वैक्सीन बनाने पर काम कर रही है। जबकि सीरम इंस्टीट्यूट, बायोलॉजिकटल ई, भारत बायोटेक, इंडियन इम्यूनोलॉजिकल और मायनवैक्स एक-एक वैक्सीन डेवलप करने में जुटी हैं। उनका कहना है कि वैक्सीन विकसित करना एक जटिल प्रक्रिया है। इसे टेस्टिंग के कई चरण से गुजरना पड़ता है। इसमें कई चुनौतियां हैं। भारतीय कंपनियां इन चुनौतियों को बड़ी सूझबूझ से आगे बढ़ रही हैं।

ध्यान रहे, कोविड-19 की वैक्सीन बनाने वाली 6 कंपनियों के नाम ट्रांजैशनल हेल्थ साइंस एंड टेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट बताए हैं। जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन की ग्लोबल कंवनियों की लिस्ट जो वैक्सीन बनाने में जुटी हैं, उनमें भारत से सिर्फ जायडस केडिला और सीरम इंस्टीट्यूट ही हैं।

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