---Third party advertisement---

यह 1 बात तो किसी को कभी नहीं बतानी चाहिए कोई अपना बार-बार भी क्यों ना पूछे




चाणक्य नीति या चाणक्य नीतिशास्त्र, चाणक्य द्वारा रचित एक नीति ग्रन्थ है। संस्कृत-साहित्य में नीतिपरक ग्रन्थों की कोटि में चाणक्य नीति का महत्त्वपूर्ण स्थान है। इसमें सूत्रात्मक शैली में जीवन को सुखमय एवं सफल बनाने के लिए उपयोगी सुझाव दिये गये हैं। इसका मुख्य विषय मानव मात्र को जीवन के प्रत्येक पहलू की व्यावहारिक शिक्षा देना है। इसमें मुख्य रूप से धर्म, संस्कृति, न्याय, शांति, सुशिक्षा एवं सर्वतोन्मुखी मानव जीवन की प्रगति की झाँकियां प्रस्तुत की गई हैं। इस नीतिपरक ग्रंथ में जीवन-सिद्धान्त और जीवन-व्यवहार तथा आदर्श और यथार्थ का बड़ा सुन्दर समन्वय देखने को मिलता है।

दोस्तों कई बार हम घर परिवार में हर बात शेयर करते हैं। लेकिन कुछ बात ऐसी होती है। जो हमें अपने अंदर ही रखना चाहिए कभी किसी अपनों को भी नहीं बताना चाहिए। क्योंकि कई बार यह बातें बाहर आ जाने पर आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है और आप मुश्किल में भी पढ़ सकते हैं। तो आज मैं आपको वही एक बात बताने वाली हूं। जो आपको कभी भी किसी से नहीं बताना चाहिए। क्योंकि कई बार ऐसी गलतियां कुछ लोग कर देते हैं और बाद में इसका अंजाम भुगतना पड़ता है।

दोस्तों हर किसी के जीवन में कई मोड़ आते हैं जहाँ कुछ चीजों को गुप्त रखना ही सही होता है। हर व्यक्ति में कोई न कोई कमजोरी होती है। और यह कमजोरी राज रखें तो आपके लिए बेहतर है।

दोस्तों आपको किसी को अपनी कमजोरी के बारे में नहीं बताना चाहिए। क्योंकि जब समय आता है तो अन्य लोग आपकी कमजोरी का फायदा उठा सकते हैं और आपको परेशान कर सकते हैं या आपका अपमान कर सकते हैं।इसलिए आचार्य चाणक्य ने भी कहा कि आपको अपनी कमजोरी किसी के सामने नहीं प्रकट करनी चाहिए।
उदाहरण स्वरूप रावण के राज का पता विभीषण को पता था तभी तो रावण को राम ने मार डाला वरना रावण का वध करना बेहद मुश्किल था।

Post a Comment

0 Comments