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बारिश के मौसम में न करें खाने-पीने से जुड़ी ये गलतियां

बारिश के मौसम में न करें खाने-पीने से जुड़ी ये गलतियां

मौसमी खाद्य पदार्थों से भरपूर संतुलित भोजन खाने से न सिर्फ आप हेल्दी रहते हैं बल्कि ईकोसिस्टम (Ecosystem) का बैलेंस भी बना रहता है. यूनाइटेड नेशन्स (United Nations) का फूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गनाइजेशन इस तरह के नैतिक और पौष्टिक भोजन (Nutritious Food) के पैटर्न को लंबे समय तक चलने वाला या टिकाऊ डायट (Diet) मानता है और 2011 में एवाईयू जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथों में इस तरह के डायट को ऋतुचर्या यानी आहार और मौसम के अनुसार व्यवहार कहते हैं.

ऋतुचर्या को बेहद स्वस्थ और बीमारियों से बचाने में सक्षम माना जाता है अगर आप मौसम के अनुरूप खाद्य पदार्थों का सेवन करें खासकर तब जब मौसम में बदलाव हो रहा हो. फिलहाल इस वक्त बारिश का मौसम है तो हम उसी की बात कर लेते हैं. बारिश के मौसम के पूरे महीनों में बहुत सारी मौसमी सब्जियां और फल मिलते हैं और आपके पास खाने-पीने की चीजों की काफी वरायटी होती है, लेकिन यह मौसम अपने साथ कई समस्याएं और नुकसान भी लाता है क्योंकि मॉनसून के सीजन में फूड पॉयजनिंग, डायरिया और अन्य बीमारियां होने की संभावना काफी बढ़ जाती है.

माइउपचार से जुड़ी न्यूट्रिशन और वेलनेस एक्सपर्ट डॉ आकांक्षा मिश्रा कहती हैं, 'मॉनसून को इंफेक्शन का समय माना जाता है. सर्दी-जुकाम, मलेरिया, डेंगू, पेट से जुड़े इंफेक्शन, फीवर, टाइफायड और निमोनिया जैसी बीमारियां मॉनसून के सीजन में बेहद कॉमन हैं. इन सभी इंफेक्शन्स के खतरे को देखते हुए हम हमेशा लोगों को यही सलाह देते हैं कि वे एक सरल, संतुलित और ताजा पकाया हुआ भोजन ही खाएं जिसे मॉनसून के सीजन में पचाना आसान हो.'

बारिश के मौसम में न करें डायट से जुड़ी ये गलतियां


इस बारे में सोचने की बजाए कि आपको बारिश के इस मौसम में अपनी डायट में से किन-किन चीजों को पूरी तरह से बाहर कर देना चाहिए, आपको उन स्वस्थ अभ्यासों पर फोकस करना चाहिए जिससे आपकी अच्छी सेहत और सुरक्षा सुनिश्चित हो पाएगी. यहां हम आपको डायट से जुड़ी उन कॉमन गलतियों के बारे में बता रहे हैं जिसे अक्सर लोग मॉनसून के सीजन में करते हैं लेकिन उन्हें नहीं करना चाहिए :

1. तली-भुनी चीजें ज्यादा खाना : बारिश आई नहीं कि पकौड़े खाने का मन करने लगता है. कभी-कभार तला हुआ भोजन खाने में कोई दिक्कत नहीं है लेकिन आप कितनी मात्रा में उसका सेवन कर रहे हैं इसका भी ध्यान रखना बेहद जरूरी है क्योंकि अगर आप तला-भुना खाना ज्यादा खाएंगे तो आपको बदहजमी, डायरिया और पेट से जुड़ी कई दूसरी समस्याएं भी हो सकती हैं. इसके अलावा जिस तेल में आपने पकौड़ों को या फिर किसी और चीज को तला है उस तेल का दोबारा इस्तेमाल न करें क्योंकि वह तेल जहरीला (टॉक्सिक) हो जाता है.

2. हरी पत्तेदार सब्जियों को अच्छे से न धोना : इस बारे में कई अध्ययन हो चुके हैं और इन्हीं में से एक है अप्लाइड एंड एन्वायरनमेंटल माइक्रोबायोलॉजी में साल 2015 में प्रकाशित एख स्टडी जिसमें यह बात सामने आयी है कि हरी पत्तेदार सब्जियों में विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया और फंगस अपना घर बनाकर रहते हैं और इन सभी को मॉनसून में बढ़ने के लिए सबसे अनुकूल वातावरण मिलता है. लिहाजा बेहद जरूरी है कि बारिश के मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियों को अच्छी तरह से धोकर और उच्च तापमान पर पकाया जाए.

3. मांस और सीफूड खाना : मॉनसून ही वह सीजन है जिसमें मछलियां और बाकी के सीफूड का प्रजनन का समय होता है लिहाजा इस सीजन में इन चीजों को खाने से पूरी तरह से परहेज करना चाहिए. मॉनसून के दौरान पानी से होने वाली बीमारियां और फूड पॉयजनिंग का भी खतरा अधिक होता है लिहाजा यह भी कारण है जिस वजह से आपको मॉनसून के सीजन में सीफूड नहीं खाना चाहिए और साथ ही मांस भी जो इंफेक्शन के कैरियर हो सकते हैं.

4. घर के बाहर खाना : मॉनसून के दौरान तापमान और नमी का लेवल बैक्टीरियल और फंगल ग्रोथ के लिए परफेक्ट माना जाता है और इसलिए पानी से होने वाली बीमारियों का खतरा भी अधिक होता है. लिहाजा इस मौसम में घर के बाहर का खाना बिलकुल न खाएं खासकर स्ट्रीट फूड.

मॉनसून डायट में इन चीजों को करें शामिल

क्या नहीं खाना है ये तो हमने आपको बता दिया अब आपको मॉनसून के दौरान क्या खाना-पीना चाहिए ये जान लें :

1. तरल पदार्थ : इस मौसम में जहां तक संभव हो खूब सारा पानी पिएं लेकिन ध्यान रहे कि पानी साफ और सुरक्षित हो. इसके अलावा गर्म काढ़ा पिएं, सूप का सेवन करें. इस तरह की चीजें आपके इम्यून सिस्टम के लिए बेहतरीन मानी जाती हैं.

2. फल : मौसमी फल जैसे लीची, जामुन, चेरी, नाशपाती, अनार, चेरीज आदि का बारिश के मौसम में सेवन करें क्योंकि इन फलों में फाइबर, विटामिन ए, विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है.

3. सब्जियां : इस मौसम में लौकी, तुरई, करेला, परवल, टिंडा आदि सब्जियां भरपूर मात्रा में पायी जाती हैं. लिहाजा इन सब्जियों को भी अपनी डेली डायट में जरूर शामिल करें.

4. मसाले : हल्दी और अदरक जैसे मसालों को अपनी डायट में जरूर शामिल करें क्योंकि इनमें एंटीसेप्टिक, एंटी-इंफ्लेमेटरी और इम्यून सिस्टम को बढ़ाने वाले तत्व पाए जाते हैं. घर का बना सादा खाना ही इस मौसम में अपना टार्गेट होना चाहिए.

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