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भिखारी को चूहे ने बनाया अरबपति, जाने कैसे




कुछ चीजें वैसी नही होती जैसी दिखती है। ऐसा ही एक किस्सा ये भी है। हमने अक्सर चूहों का इस्तेमाल मानव जाति की भलाई के लिए , करते हुए देखा है। वैज्ञानिक अक्सर चूहे का इस्तेमाल नए बीमारी के उपचार की खोज के लिए करते है। तो वही सेना इन चूहों के इस्तेमाल भूमिगत सुरंग और लैंड माइंस का पता लगाने के लिए करती है।अगर आपको पता चले कि किसी ने चूहों की इस काबिलियत का इस्तेमाल अपनी गरीबी दूर करने के लिए किया है तो ? लेकिन उसने सही रास्ते की जगह गलत रास्ते का चुनाव किया।


इस पूरे घटना क्रम का खुलासा उत्‍तरी ब्राजील के अरागुएना में बारा दा ग्रोटा जेल से हुआ। जेल के अधिकारी काफी समय से परेशान थे कि आखिर जेल के अंदर को‍कीन और गांजा जैसे नशीले पदार्थ कैसे पहुंच रहा है। छानबीन की गई तो पता चला कि एक चूहा जेल के अंदर नशे के सामान की तस्‍करी करता है। इस काम के लिए चूहे को खासतौर पर प्रशिक्षित किया गया था व उसकी पूछ पर नशीला पदार्थ एक धागे के जरिये बांध कर जेल के अंदर भेजा जाता है। आपको बता दें कि उसे अपने गुज़ारे के लिए भीख तक मांगना पड़ा।


इसके बाद अधिकारियों ने जेल के अंदर से 30 पैकट गांजा और 20 से अधिक पैकेट कोकीन बरामद किया। छानबीन में पता चला कि इसके पीछे एक स्थानीय नागरिक का हाथ था। जो गरीबी से इतना परेशान था कि उसने चूहे को प्रशिक्षित कर अपना यह काम शुरू किया। फिर उसने अपना एक गैंग बनाया और माफिया के उच्च स्थान पर पहुँच गया। उसने इस तरह से अरबों कमाए।


लेकिन उसने अपनी इस काबिलियत का इस्तेमाल गलत काम के लिए किया। जिसकी वजह से सलाखों के पीछे पहुंच गया। वह अपनी काबिलियत का इस्तेमाल किसी बेहतर काम के लिए भी कर सकता था। और अमीर बनने का कोई सही रास्ता खोजता तो कितनो के लिए आदर्श बन सकता था।

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