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बुर्क़ा पहने, कटार छिपाए घूम रहा था पुजारी, रोकने पर मंदिर में घुस गया

(दा लल्लनटॉप से ली गई खबर)
सोशल मीडिया पर बुर्क़ा पहने एक शख़्स का वीडियो ख़ूब वायरल हो रहा है. दावा किया जा रहा है कि ये शख़्स एक मंदिर का पुजारी है. वॉट्सऐप, फेसबुक , ट्विटर समेत लगभग हर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ये वीडियो शेयर किया जा रहा है । इस वीडियो में आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया गया है. इसलिए हम इसे यहां नहीं दिखा रहे हैं. पाठक अपने विवेक से देखना चाहें, तो यहां क्लिक करके देख सकते हैं ।
दावे की भाषा में बिना सुधार किए ज्यों का त्यों लिख रहे हैं-

#अहमदाबाद के #शाहीबाग के #महाकाली मं’दिर रोड पर संतोषी माता मंदिर के #पुजारी का ये विडियो है, ज्यादा से ज्यादा #फॉरवर्ड करें ..!
वीडियो में क्या है ?
क़रीब 1 मिनट 46 सेकंड के वीडियो में एक शख़्स बुर्क़ा पहने हुए सड़क पर चल रहा है. और फिर सड़क के किनारे खड़े कुछ लोग उसे टोकते हैं. वो शख़्स सड़क किनारे बने संतोषी माता मंदिर की ओर बढ़ जाता है. वीडियो शूट कर रहे कुछ लोग उसके पीछे आते हैं और उससे बु’र्क़ा उतारने को कहते हैं ।

ये शख़्स बुर्क़ा उतारता है. इसने बुर्क़े के नीचे नारंगी रंग की शर्ट और उसके अंदर हल्का गेरुआ कुर्ता पहना हुआ है. कमर पर एक कटार भी सटाई होती है. वीडियो बनाने वाले इस शख़्स को ‘म’हा’राज’ बोलते हैं और कहते हैं, “जो भी काम तुम्हें करने हैं, वो वैसे करो, बु’र्क़े में नहीं.”

जांच में क्या निकला?
‘न्यूज’ ने वायरल हो रहे वीडियो की पड़ताल की. ये गुजरात के अहमदाबाद शहर में शाहीबाग इलाके के संतोषी माता मंदिर का ही वीडियो है. बुर्क़ा पहनने वाले शख़्स इस मं’दि’र का पुजारी रजनीकांत पंड्या है. पुलिस के मुताबिक, ये घटना 5 सितंबर, 2020 की है ।
‘न्यूज’ ने पहली बार इस मामले में स्थानीय पुलिस से 8 सितंबर को संपर्क किया था. गुजरात पुलिस की ओर से लगातार ढुल-मुल रवैया दिखा. आखिरकार दसियों बार कई अधिकारियों से लगातार सवाल करने पर गुजरात पुलिस हरक़त में आई ।


क्यों पहनता था बुर्क़ा?
पुलिस ने इस मामले की शुरुआती जांच के आधार पर हमें बताया-

“वो दावा कर रहा है कि उसे परिवार से मिलना होता है, इसलिए बुर्क़ा पहनकर जाता है. और तर्क दे रहा है कि संन्यासी लोग परिवार से नहीं मिलते, इसलिए छुपकर मिलता है. पुलिस इस दावे की जांच भी कर रही है. फिलहाल कोई आ’परा’धिक गतिविधि सामने नहीं आई.

कार्रवाई
अहमदाबाद सेक्टर 1 के जॉइंट पुलिस कमिश्नर राजेंद्र कुमार आचार्य के मुताबिक-

रजनीकांत नाम का ये शख़्स सं’तो’षी माता मं’दिर का पु’जारी है. इसकी मा’नसिक हा’लत सही नहीं है. वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की. इसके पास क’टा’र मौजूद थी, इसलिए गुजरात पुलिस एक्ट की धारा 135(1) के तहत केस दर्ज किया है. फिलहाल अभियुक्त को बेल पर छोड़ा गया है. इस मामले में पुलिस को किसी भी शख़्स ने शिकायत नहीं सौंपी है. अगर कोई शिकायत करता है, तो कार्रवाई होगी.

सोशल मीडिया पर ह’ल्ला

बुर्क़े में किसी मंदिर के पुजारी को देखना कई लोगों को अचंभित कर गया. एक पक्ष का दावा है कि “पु’जा’री होकर भी बु’र्क़ा पहन रहा है,” तो वहीं दूसरा पक्ष कह रहा है कि ये ‘शां’ति:दूत’ (सोशल मीडिया पर मु’स्लि’मों को टा’रगे’ट करने के लिए यूज़ होने वाली टर्म) हैं.

सनातन संजीव नाम जैसे कई यूज़र दावा कर रहे हैं-

“रजनीकांत नाम का ये पुजारी ‘शां’तिदू’त’ है. और (एजेंडा है) संत बनकर मं’दि’र में रहो, हिं’दु’ओं को लू’टो, च’ढ़ावे से ह’थि’यार ख़’री’दो और हिं’दु’ओं को मा’रने की सा’ज़ि’श करो.”

लेकिन तथ्य यही है. वीडियो में बुर्क़ा पहने दिख रहा शख़्स रजनीकांत पंड्या है. संतोषी माता मंदिर, शाहीबाग, अहमदाबाद का पुजारी है. और क’टा’र रखने के आरोप में उस पर मामला दर्ज हुआ है.

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