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घर में सहेलियों के साथ बैड पर देख रही थी ब्लू;फिल्म , नहीं था पता पीछे मम्मी खडी थी और फिर.....



आजकल सोशल मीडिया पर अपने जीवन की घटनाओं को शेयर करने का सिलसिला चल रहा है। ऐसी ही एक यूजर ने पहली बार घर ब्लू फिल्म देखते हुए पकडे जाने का अपना अनुभव शेयर किया है, जो कि बेहद मजेदार है।

आप भी सुनिये उन्हीे की जुबानी

ये बात 2008 की है तब मैं स्कूल पास करके भोपाल होस्टल में रहने गई थी

सन 2008 में मल्टीमीडिया फोन आये बहुत समय नहीं हुआ था, बड़ी चीज समझा जाता था मल्टीमीडिया फोन को,

अच्छे कॉलेज में एडमिशन होने के कारण पापा ने मुझे उस समय का लेटेस्ट फोन नोकिया 7610 दिलवाया था।

अब एक दिन मेरी एक रूममेट ने 128 एमबी का कार्ड दिया जिसमें ब्लू फिल्म थीं,

उस समय मोबाइल में ब्लूफिल्म देखने का क्रेज़ आप समझ सकते हैं, और कॉलेज की बच्ची के लिए तो ये बहुत ही बड़ी बात थी।।

अब क्योंकि मैं दीवाली की छुट्टियों में घर आ गई थी तो वो कार्ड भी अपने साथ ले आई जिससे मैं अपनी पुरानी सहेलियों के साथ वो मूवी दिखा सकूं।।

मैंने अपनी 2 पक्की सहेलियों को अपने घर बुलाया और हम तीनों मेरे कमरे का दरवाजा बंद कर फ़िल्म देखने लगे, अब ये उन दोनों का पहली बार था, मैने तो होस्टल में देख ली थी।।

हमारा सर दरवाजे की विपरीत दिशा में था तो कुछ समझ नही आ रहा था कि दरवाजा बंद है या खुला है।

हम तीनों इतना मशगूल हो गए कि कब मेरी भाभी और मम्मी पीछे आ कर खड़े हो गए पता ही नहीं चला।।

मम्मी ने अचानक मेरे हाथ से मोबाइल छुड़ाया और एक दम खड़ी खड़ी भाषा मे बातें सुना दीं, बोली अब तू होस्टल नहीं जाएगी, वहां गई तो मुह काला करके आएगी, और हमारी बदनामी करेगी, और भी बहुत सारी बातें, फिर पूछा कि ये फ़िल्म कहाँ से मिली तुम्हे किसने दी, तो एक सहेली बोल गई की इसके होस्टल से लाई है ये इतने में तो मम्मी का पारा चढ़ गया, बोलीं बुरे लोगों से दोस्ती हो गई होस्टल गए 3 महीने हुए नहीं, पूरी बिगड़ गई।

अब नहीं जाएगी होस्टल और पढ़ने की भी जरूरत नहीं है,

और सच मे उन्होंने मुझे 15 दिन तक जाने नहीं दिया सज़ा के तौर पर।

पर बहुत मिट्टीपलीत हुई मेरी और उन दोनों सहेलियों की।।

इतनी शर्मनाक स्थिति से तो मैं कभी नहीं गुजरी, वो तो भला था भाभी का की उन्होंने बात सम्हाली, नहीं तो मेरा तो बोरिया बिस्तर सब उठ चुका होता होस्टल से।

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