
भारतीय बाजारों में सोने और चांदी के भावमें लगातार उठापटक जारी है. वहीं, दोनों कीमती धातुओं की कीमतों में लगातार गिरावट का रुख बना हुआ है. सोने के भाव इस साल के उच्चतम स्तर के मुकाबले शुक्रवार यानी 11 दिसंबर 2020 तक 7500 रुपये प्रति 10 ग्राम से ज्यादा गिर चुके हैं. दिल्ली सर्राफा बाजार में शुक्रवार को गोल्ड 48,594 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया था. वहीं, 7 अगस्त को सोने का भाव 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऑलटाइम हाई पर बंद हुआ था. इस आधार पर देखें तो सोने के भाव में उच्चतम स्तर से 7606 रुपये की गिरावट दर्ज की जा चुकी है.
चांदी के भाव भी अपने उच्च स्तर से काफी नीचे आ चुके हैं. चांदी 7 अगस्त 2020 को 77,840 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई थी. वहीं, शुक्रवार 11 दिसंबर को चांदी 62,734 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी. इस आधार पर चांदी में उच्चस्तर से 15,106 रुपये प्रति किलो की जबरदस्त गिरावट दर्ज की जा चुकी है. अब सवाल ये उठता है कि गोल्ड और सिल्वर की कीमतों में आगे का रुझान कैसा रहेगा. दोनों कीमती धातुओं की कीमतों में तेज गिरावट क्यों हो रही है. क्या इस समय सोना-चांदी में निवेश कर तगड़ा मुनाफाकमाया जा सकता है.
सोने-चांदी की कीमतों में क्यों बना है गिरावट का रुख
एचडीएफसी सिक्योरिटी के कमोडिटी एनालिस्ट तपन पटेल और मोतीलाल ओसवाल के वीपी रिसर्च नवनीत दमानी का कहना है कि सोने की कीमतों में अनुमान से ज्यादा गिरावट आई है. इसके पीछे कोरोना वैक्सीन को लेकर आ रही पॉजिटिव खबरें हैं. कोरोना वैक्सीन आने के बाद दुनियाभर की अर्थव्यवस्थाएं तेजी से पटरी पर लौट आएंगी. इससे मौजूदा माहौल में सोने को सुरक्षित निवेश विकल्प मानकर पूंजी लगाने वाले लोग दूसरे विकल्पों पर विचार करना शुरू कर देंगे. इससे सोने में निवेश घटेगा और इसकी कीमतों में लगातार गिरावट हो सकती है. ब्रोकरेज फर्म एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसीडेंट (कमोडिटी व करेंसी) अनुज गुप्ता के मुताबिक, कोरोना वैक्सीन जल्द आने की उम्मीद से सोने की कीमतों पर दबाव बढ़ा है. ऐसे में निवेशक सोने से धीरे-धीरे होल्डिंग घटा रहे हैं.
फिलहाल निवेश के लिए कर सकते हैं थोड़ा इंतजार
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वैक्सीन आपूर्ति और वितरण शुरू होने पर सोने की कीमतों में तेज गिरावट का रुख बन सकता है. ऐसे में मौजूदा भाव पर निवेश करना जोखिम भरा हो सकता है. आसान शब्दों में समझें तो अभी सोना-चांदी में निवेश नुकसान का सौदा हो सकता है. वहीं, अनुमान है कि फरवरी-मार्च 2021 तक गोल्ड की कीमत 42,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है. इसलिए अभी इन दोनों कमोडिटी में निवेश करना समझदारी नहीं होगा. हालांकि, हर दिन हो रहे उतार-चढ़ाव का कुछ निवेशक फायदा उठा सकते हैं, लेकिन इसमें जोखिम ज्यादा होगा. आपको निचे दी गयी ये खबरें भी बहुत ही पसंद आएँगी।
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