
अभी तक बस एक ही तरह का मीट बेचने की मंजूरी थी लेकिन कुछ जगहों पर अलग तरह के मीट भी बेच रहे थे अब ऐसा नहीं होगा आपको दोनों तरह के लाइसेंस दिए जाएगे और सभी मास की दुकानों पर उनके बेचने और सर्व किये जाने वाले मास के बारे मे किसी बोर्ड या पर्चे पर लिखा होना चाहिए की ये 'हलाल ' है या 'झटका ' मास है।

इस नए रूल का एक ही मकसद है की आने वाले ग्राहकों को मास के बारे मे बिलकुल सही जानकारी मिल जाये जिससे की ग्राहक अपनी पसंद और नापसंद का ध्यान रख सके।
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