
नई दिल्ली। सोमवार को पेश हुए आम बजट में राहत मिलते ही सोने की कीमतों में गिरावट आ गई। सराफा कारोबारियों की मांग के अनुसार, बजट में उन्हें राहत देते हुए आयात शुल्क 12.5 फीसद से घटाकर 10 फीसद कर दिया। सराफा विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार आयात शुल्क में कमी आने से सोने की कीमतों में स्थिरता आएगी। इसका फायदा कारोबारियों के साथ ही उपभोक्ताओं को भी मिलेगा।
इसका नतीजा बजट के बाद ही देखने को मिला। सोमवार सुबह 51,200 रुपये प्रति दस ग्राम (स्टैंडर्ड) के स्तर से खुला सोने का भाव दोपहर तक 50,200 रुपये प्रति दस ग्राम (स्टैंडर्ड) तक पहुंच गया। रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू ने बताया कि बजट में मिली यह राहत सराफा कारोबार के लिए काफी अच्छी है। इससे अब गहनों के निर्यात में भी बढ़ोतरी होगी। इसके साथ ही सोने की लगातार बढ़ रही कीमतों में स्थिरता आएगी। सराफा संस्थानों में अभी उपभोक्ताओं की पसंद के अनुसार गहनों की नई रेंज उपलब्ध है।
उपभोक्ता इसे काफी पसंद भी कर रहे हैं। बजट में मिली राहत का असर सराफा बाजार की रफ्तार में भी देखने को मिलेगा और रफ्तार बढ़ेगी। बीते साल 2020 में अगस्त में सोना 58 हजार रुपये प्रति दस ग्राम (स्टैंडर्ड) तक पहुंच गया था। सोने में आयात शुल्क भी 12.5 फीसद लग रहा था। इसके चलते अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत बढ़ने के बाद उसमें 12.5 फीसद का बोझ और बढ़ जाता था। सराफा विशेषज्ञों का कहना है कि अब आयात शुल्क गिरने से सोने की कीमतों में स्थिरता आएगी।
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