बिहार में गुरुवार को कालवैशाखी का कहर दिखा। 60 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चली आंधी व बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। खासकर उत्तर बिहार, पूर्व बिहार व कोसी-सीमांचल में ज्यादा असर दिखा। इन इलाकों में आंधी-बारिश और ठनका गिरने से 31 लोगों की जान चली गई। भागलपुर में छह, लखीसराय में तीन, मुंगेर में दो तथा बांका, जमुई, कटिहार, खगड़िया, किशनगंज व पूर्णिया में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। मुजफ्फरपुर में छह तो दरभंगा और समस्तीपुर में एक-एक व्यक्ति की जान चली गई। वहीं, वैशाली में दो तो जहानाबाद, सारण, नालंदा, बेगूसराय में एक-एक व्यक्ति ने जान गंवा दी।

इस दौरान पेड़ गिरने से कई जगह रेल और सड़क यातायात तो बाधित हुआ ही, बिजली आपूर्ति भी चरमरा गई। उधर, पटना एयरपोर्ट पर मौसम के बिगड़े रूप को देखते हुए 20 मिनट तक विमानों की आवाजाही रोक दी गई। वहीं, तेज आंधी के कारण आम और लीची की फसल को नुकसान हुआ है। साथ ही पेड़ गिरने से भागलपुर-जमालपुर रेलखंड, किऊल-जमुई रेलखंड और खगड़िया-हसनपुर समस्तीपुर रेल रूट पर रेल यातायात बाधित रहा।
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