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होंठ और नाक के बीच का तिल जीवन में दिखाता है ऐसे प्रभाव, परेशानी में भी…



ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि ऐसे जातक अपने काम में किसी बड़े मुश्किल में फंस जाते हैं या किसी और के द्वारा फैलाए जाल का शिकार बन जाते हैं और उससे बाहर निकलने के लिए कई गलत काम भी करने लगते हैं.

नई दिल्ली. अक्सर कुछ लोगों को देखा जाता है कि वो अपनी खूबसूरती को बढ़ाने के लिए होठों पर आर्टिफिशियल तिल बनवाते हैं. जबकि कुछ लोगों में ये नेचुरल होता है. ज्योतिष में इसके कई मतलब बताए गए हैं. इसके कई तरह के प्रभाव व्यक्ति के जीवन में देखे जाते हैं जो कभी कभी अच्छे साबित नहीं होते हैं. ऐसे जातक कई बार अलग-अलग तरह की कठिनाईयों से जुझते रहते हैं.

बड़ी साजिश का बनते हैं शिकार
ज्योतिष के जानकार मानते हैं कि ऐसे जातक अपने काम में किसी बड़े मुश्किल में फंस जाते हैं या किसी और के द्वारा फैलाए जाल का शिकार बन जाते हैं और उससे बाहर निकलने के लिए कई गलत काम भी करने लगते हैं. वह अपने दुश्मन की कई अनैतिक मांगों के आगे हार मान जाते हैं. अंत में ऐसे कामों में वो और ज्यादा फंसते चले जाते हैं.

यदि मूल नक्षत्र का हो जातक
अगर ऐसे जातक की पैदाइश मूल नक्षत्र की है तो इनके बारे में ऐसा कहा जाता है कि ये अपने साथियों से कई तरह से अलग होते हैं. इनके विचारों में भिन्नता होती है. लेकिन मूल नक्षत्र में जन्मे ये बच्चे स्वभाव से बहुत क्रोधी होते हैं. इनकी सेहत भी अक्सर खराब ही रहती है. लेकिन ये बच्चे अपने कार्य में सफलता के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं. इनका ध्यान हमेशा मंजिल की और होता है. मूल नक्षत्र में जन्मे जातक का स्वामी ग्रह केतु है जबकि राशि स्वामी गुरु है. इसलिए इनके ऊपर जीवन भर गुरु और केतु दोनों का प्रभाव देखने को मिलता है. जहां केतु नकारात्मकता लेकर आता है तो वहीं गुरु से सकारात्मकता बनी रहती है.

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