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आयुर्वेद के अनुसार खाने से जुड़े इन नियमों को रखेंगे फॉलो, तो कभी नहीं पड़ेंगे बीमार

अक्सर काम की थकावट के बीच हम रात के खाने में जो भी उपलब्ध होता है, वो खा लेते हैं। हम नाश्ते में तो

आयुर्वेद के अनुसार खाने से जुड़े इन नियमों को रखेंगे फॉलो, तो कभी नहीं पड़ेंगे बीमार


हेल्दी डाइट खा लेते हैं लेकिन डिनर के बारे में इतना नहीं सोचते। आयुर्वेद के अनुसार ब्रेकफास्ट हो या डिनर, हमें खाने की कुछ चीजों को लेकर उसकी जानकारी होनी चाहिए। आइए, जानते हैं आयुर्वेद में खाने से जुड़े क्या हैं नियम....

- सब्जियों को पकाने में अधिक समय न लगाएं। ध्यान रखें, सब्जियां न तो ज्यादा पकी हो और न ही कच्ची।

- चीनी की जगह शहद या गुड़, मैदे की जगह चोकरयुक्त आटा और दलिया खाएं।



- अदरक का एक छोटा-सा टुकड़ा लें और उसे तवे पर भून लें। इस टुकड़े के ठंडा होने के बाद इस पर थोड़ा-सा सेंधा नमक लगाएं। अब इस टुकड़े को खाना खाने से करीब पांच मिनट पहले खा लें। इससे भूख बढ़ती है और पाचन सही रहता है।

- जंक फूड में सोडियम, ट्रांसफैट और शर्करा की भरमार होती है। इसलिए इन्हें खाने से परहेज करें। मार्केट में मिलने वाले सॉफ्ट ड्रिंक्स से दूरी बनाकर रखें।

- खाना हमेशा ताजा और गर्म होना चाहिए। यह पाचन के लिए बेहतर होता है।

- आयुर्वेद में बताया गया है कि खाना हमेशा भूख का आधा खाना चाहिए। इससे वह आसानी से पच जाता है और शरीर में जरूरी पोषक तत्व अच्छे से घुल जाते हैं।

- आयुर्वेद के अनुसार, शरीर के तीन मुख्य तत्व या प्रकृति होती है- वात, पित्त और कफ। शरीर में जब भी इन तत्वों का संतुलन बिगड़ जाता है, व्यक्ति बीमार हो जाता है।

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