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सुबह-सुबह सीएनजी, पेट्रोल डीजल के दामों में लग गई आग, जानकर लगेगा झटका.

दिल्ली में एक बार फिर सीएनजी के दाम में वृद्धि हुई है। शनिवार से सीएनजी की 95 पैसे महंगी मिलेगी। अभी तक दिल्ली में सीएनजी के लिए 78.61 रुपये प्रति किलो के लिए चुकाने पड़ते, जबकि अब 79.56 रूपये प्रति किलो चुकाने होंगे।
दिल्ली में एक बार फिर सीएनजी के दाम में वृद्धि हुई है। शनिवार से सीएनजी की 95 पैसे महंगी मिलेगी। अभी तक दिल्ली में सीएनजी के लिए 78.61 रुपये प्रति किलो के लिए चुकाने पड़ते, जबकि अब 79.56 रूपये प्रति किलो चुकाने होंगे। नई कीमत शनिवार सुबह छह बजे से लागू होंगी। इससे पहले आठ अक्टूबर को सीएनजी के दाम में तीन रुपये प्रति किलो की वृद्धि हुई थी।

दिवाली से पहले भी महंगी हुई थी CNG
सीएनजी के दामों में इससे पहले भी बढ़ोतरी हो चुकी है, दिवाली से पहले ही लोगों को ये बड़ा झटका लगा था। उस समय IGL ने दामों से 3 रुपये की बढ़ोतरी की थी। वहीं, PNG के दामों में भी तब 3 रुपये की बढ़ोतरी हुई थी।

कैब कंपनियां भी बढ़ा सकती है दाम
सीएनजी के दामों में इतनी जल्दी बढ़ोतरी होना आम लोगों पर बड़ा बोझ डालेगा। इसके चलते कैब सर्विस देने वाली कंपनियां भी अपने दाम बढ़ा सकती हैं। ओला-उबर जैसी कैब कंपनिया पहले भी ऐसा कर चुकी हैं। वहीं ऑटो से सफर करने वाले लोगों के लिए भी यह इजाफा महंगाई का बोझ बढ़ा सकता है।

सरकार करती है उत्पादित गैस का दाम तय
बता दें कि भारत में उत्पादित गैस की कीमतों में कमी या इजाफा दोनों की केंद्र सरकार तय करती है, इसके किसी प्राइवेट कंपनी का हाथ नहीं होता है। सरकार एक साल में दो बार कीमतों में बदलाव करती है। पहला बदलाव 31 मार्च को होता है जबकि दूसरा बदलाव 30 सितंबर को किया जाता है। दामों में पहली बढ़ोत्तरी 1 अप्रैल से 30 सितंबर के बीच होती है जबकि दूसरी 1 अक्टूबर से 30 मार्च के बीच लागू होती है।दिवाली से पहले भी महंगी हुई थी CNG

सीएनजी के दामों में इससे पहले भी बढ़ोतरी हो चुकी है, दिवाली से पहले ही लोगों को ये बड़ा झटका लगा था। उस समय IGL ने दामों से 3 रुपये की बढ़ोतरी की थी। वहीं, PNG के दामों में भी तब 3 रुपये की बढ़ोतरी हुई थी।

कैब कंपनियां भी बढ़ा सकती है दाम
सीएनजी के दामों में इतनी जल्दी बढ़ोतरी होना आम लोगों पर बड़ा बोझ डालेगा। इसके चलते कैब सर्विस देने वाली कंपनियां भी अपने दाम बढ़ा सकती हैं। ओला-उबर जैसी कैब कंपनिया पहले भी ऐसा कर चुकी हैं। वहीं ऑटो से सफर करने वाले लोगों के लिए भी यह इजाफा महंगाई का बोझ बढ़ा सकता है।

सरकार करती है उत्पादित गैस का दाम तय
बता दें कि भारत में उत्पादित गैस की कीमतों में कमी या इजाफा दोनों की केंद्र सरकार तय करती है, इसके किसी प्राइवेट कंपनी का हाथ नहीं होता है। सरकार एक साल में दो बार कीमतों में बदलाव करती है। पहला बदलाव 31 मार्च को होता है जबकि दूसरा बदलाव 30 सितंबर को किया जाता है। दामों में पहली बढ़ोत्तरी 1 अप्रैल से 30 सितंबर के बीच होती है जबकि दूसरी 1 अक्टूबर से 30 मार्च के बीच लागू होती है।दिवाली से पहले भी महंगी हुई थी CNG

सीएनजी के दामों में इससे पहले भी बढ़ोतरी हो चुकी है, दिवाली से पहले ही लोगों को ये बड़ा झटका लगा था। उस समय IGL ने दामों से 3 रुपये की बढ़ोतरी की थी। वहीं, PNG के दामों में भी तब 3 रुपये की बढ़ोतरी हुई थी।

कैब कंपनियां भी बढ़ा सकती है दाम
सीएनजी के दामों में इतनी जल्दी बढ़ोतरी होना आम लोगों पर बड़ा बोझ डालेगा। इसके चलते कैब सर्विस देने वाली कंपनियां भी अपने दाम बढ़ा सकती हैं। ओला-उबर जैसी कैब कंपनिया पहले भी ऐसा कर चुकी हैं। वहीं ऑटो से सफर करने वाले लोगों के लिए भी यह इजाफा महंगाई का बोझ बढ़ा सकता है।

सरकार करती है उत्पादित गैस का दाम तय
बता दें कि भारत में उत्पादित गैस की कीमतों में कमी या इजाफा दोनों की केंद्र सरकार तय करती है, इसके किसी प्राइवेट कंपनी का हाथ नहीं होता है। सरकार एक साल में दो बार कीमतों में बदलाव करती है। पहला बदलाव 31 मार्च को होता है जबकि दूसरा बदलाव 30 सितंबर को किया जाता है। दामों में पहली बढ़ोत्तरी 1 अप्रैल से 30 सितंबर के बीच होती है जबकि दूसरी 1 अक्टूबर से 30 मार्च के बीच लागू होती है।

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