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शव देखते-देखते खुद शव बन गए 16 लोग, सामने आया चमोली हादसे का दर्दनाक सच!



चमोली. उत्तराखंड के चमोली में बुधवार को एक बड़ा हादसा हो गया. यहां सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में अचानक करंट दौड़ गया, जिससे 20 से ज्यादा कर्मचारी झुलस गए. इसमें से 16 की मौत हो गई. घटना बुधवार सुबह लगभग साढ़े ग्यारह बजे की है. मृतकों में उत्तराखंड पुलिस का एक जवान और तीन होमगार्ड भी शामिल हैं. घटना में 11 लोग गंभीर रूप से झुलस गए थे जिसमें से छह लोगों को एअरलिफ्ट कर ऋषिकेश एम्स भेजा गया और 5 लोगों का इलाज जिला मुख्यालय गोपेश्वर में किया जा रहा है.

मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि मंगलवार रात को नमामि गंगे के तहत बनाए गए सवर ट्रीटमेंट प्लांट में रहने वाले कर्मचारी की करंट लगने से मौत हो गई थी सुबह जिसका पता परिजनों और स्थानीय लोगों को चला. जैसे ही लोग कर्मचारी को देखने के लिए सीवर प्लांट में पहुंचे एक बार फिर से करंट फैल गया और सभी लोग झुलस गए जिसके बाद एक के बाद एक लोगों ने दम तोड़ना शुरू कर दिया. मामले की गंभीरता को तो देखते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जिलाधिकारी चमोली को पूरी घटना के मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं.

चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने अपर जिलाधिकारी अभिषेक त्रिपाठी को मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं, हालांकि इस पूरी घटना के बाद लापरवाही भी सामने निकल कर आ रही है. स्थानीय लोगों की मानें तो घटना पहली नहीं है. इससे पहले भी सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में कई बार करंट दौड़ चुका है लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया और 16 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है. चमोली हादसे में घायल हुए छह गंभीर रूप से घायलों को हेलीकॉप्टर ऋषिकेश एम्स लेकर आया, जहां डॉक्टरों की टीम इन घायलों का ट्रामा सेंटर में इलाज कर रही है.

मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष का चमोली दौरा रद्द होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ऋषिकेश एम्स पहुंचे और घायलों का हालचाल जाना. महेंद्र प्रसाद भट्ट ने बताया कि सरकार इस पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच करवा रही है. घायलों का इलाज और सहायता राशि सरकार की तरफ से उपलब्ध कराई जाएगी. दूसरी तरफ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी पूरी घटना को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात की है और घायलों की हर संभव मदद करने के निर्देश दिए हैं.

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