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पेशाब के रंग से जानें बीमारी, गंभीर बीमारियों का संकेत देता है ऐसा रंग, इस तरह पता लगाएं

 

पेशाब के रंग से पता लगाए रोग : आज के लाइफस्टाइल और गलत खानपान के कारण कब किसे कौन सी बीमारी हो जाए पता नहीं चलता। वहीं कुछ बीमारियों के बारे में तो अचानक से पता चलता है, जब हम डॅाक्टर के पास जाते हैं वो भी किसी और रोग को लेकर, तब पता चलता है कि हमारे शरीर में और कई बीमारियां है जो घर बनाएं बैठी है जिनका हमें अंदाजा भी नहीं। लेकिन क्या आपको पता है कि पेशाब के रंग भी आपको कई तरह की बीमारियों का संकेत पहले से ही दे देता है और हम इसे नहीं समझ पाते, क्योंकि हमें पता ही नहीं होता कि कौन सा कलर किस बीमारी का संकेत दे रहा। आइए आज हम आपको बताएंगे कि पेशाब का रंग किस बीमारी के बारे में बताता है…

सबसे पहले आपको बता दें कि एक स्वस्थ मनुष्य 24 घंटे में कम से कम 7-8 बार पेशाब करता है। यह एक नेचुरल क्रिया है जो हमारे शरीर के लिए बहुत ही जरूरी है। वहीं यूरिन के साथ शरीर के अंदर से सारे टॉक्सिन्स पदार्थ बाहर निकल आते हैं। अब अगर पेशाब के कलर की बात करें तो इससे पहले आपका यह जानना जरुरी है कि दिन में आप कितनी बार बाथरुम जाते हैं और इस पेशाब का रंग कैसा होता है। इसके साथ ही इस बात का भी पता होना बहुत जरुरी है कि यूरिन की मात्रा कितनी है, क्योंकि कुछ लोगों को पेशाब बार-बार आता है लेकिन जब वे वॉशरूम जाते हैं तो सिर्फ बूंद-बूंद पेशाब होती है। यह कंडीशन शरीर में डिहाइड्रेशन के प्रॅाब्लम को दर्शाती है।

एक हेल्थी व्यक्ति के पेशाब का रंग पानी की तरह बिल्कुल साफ या बहुत ही हल्का पीले कलर का होता है, ऐसा यूरोक्रॉम नामक केमिकल के कारण होता है, जो शरीर के अंदर लगातार प्रड्यूस हो रहा होता है।

पेशाब के रंग से जानें बीमारी : कौन सा रंग किस बीमारी को दर्शाता है


हल्का पीला: अगर पेशाब हल्का पीले रंग का हो रहा तो यह इस बात का संकेत देता है कि आपके शरीर में पानी की मात्रा कम है, इसलिए आप पानी अधिक मात्रा में पीना शुरू करें। इसके अलवा किडनी की बीमारी या फिर डायबिटीज के कारण भी पेशाब का रंग हल्का पीला होता है।

गाढ़ा पीला: अगर पेशाब का रंग गाढ़ा पीले कलर का है, तो इस बात का संकेत है कि आपका शरीर डिहाइड्रेटेड हो रहा है। यानी शरीर में पानी की कमी हो रही है, ऐसे में आप हर दिन 8 से 10 गिलास पानी पीकर, दूध, नींबू पानी और नारियल पानी पीकर अपने शरीर में हाइड्रेशन की कमी को पूरा कर सकते हैं। ऐसा करने से यूरिन का रंग अपने आप साफ हो जाएगा।

बादल जैसा या धुंधला रंग: अगर पेशाब का रंग धुंधला है तो यह कई तरह के गंभीर इंफेक्शन का संकेत देता है। ये ब्लेडर इंफेक्शन की वजह से भी हो सकता है और कई अन्य गंभीर बीमारियों के कारण भी, इसलिए इस कंडीशन में बेहतर यही होता है कि आप डॉक्टर से कॅान्टेक्ट करें।

लाल रंग का पेशाब: अगर पेशाब का रंग लाल है तो ये कई अलग-अलग कारणों से हो सकता है। पहला आपकी डाइट पर निर्भर करता है, अगर आप अपने डाइट में चुकंदर खाते हैं या इसका जूस पीते हैं तो पेशाब का रंग लाल हो जाता है। दवाओं के कारण भी ऐसा होता है, लेकिन अगर ये दोनों चीजें आपकी लाइफस्टाइल में शामिल नहीं है फिर भी यूरिन का रंग लाल है तो इसका मतलब है कि यूरिन के साथ ब्लड आ रहा है। ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए क्योंकि ऐसा किडनी की बीमारी, इंफेक्शन, आंतरिक चोट या फिर कैंसर जैसी गंभीर परेशानियों के कारण भी हो सकता है।

नारंगी रंग: कई बार आपने देखा होगा कि पेशाब का कलर नारंगी भी होता है। यह भी कई बीमारी के संकेत देता हैं। यह शरीर में डिहाइड्रेशन का इशारा करता है, पीलिया होने पर भी पेशाब का रंग नारंगी हो जाता है। इस दौरान पेट दर्द, उल्टी, चक्कर आना आदि कई अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

ग्रीन-ब्राउन यूरिन: अगर पेशाब का रंग ग्रीन-ब्राउन है तो ऐसा अंग्रेजी दवाओं के अधिक सेवन, कलर्ड फूड्स अधिक खाने के कारण भी हो सकता है। लेकिन अगर ऐसा कुछ भी नहीं है तो आपको तुरंत डॉक्टर से जाकर मिलना चाहिए।

ब्राउन रंग: अगर पेशाब का कलर ब्राउन है तो ये इस बात का इशारा करता है कि लिवर या गालब्लेडर यानी पित्ताशय में इंफेक्शन है। इसके अलावा पित्त की नली में ब्लॉकेज या घाव के कारण भी ऐसा हो सकता है।

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