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लाल मफलर पहनकर आए थे आतंकी, बस पर चलाई 25-30 गोलियां, PM मोदी ने…



जम्मू। जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में रविवार शाम आतंकवादियों ने घात लगाकर तीर्थयात्रियों की बस पर अटैक किया. बस उत्तर प्रदेश और दिल्ली के तीर्थयात्रियों को ले जा रही थी, हमले के बाद गहरी खाई में जा गिरी, इसमें तीन महिलाओं सहित 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 32 घायल बताए जा रहे हैं. शाम करीब 6:15 बजे गोलीबारी के बाद 53 सीटर बस सड़क से उतरकर गहरी खाई में गिर गई. आतंकवादियों ने बस पर उस समय गोलीबारी की, जब यह पोनी क्षेत्र के तेरयाथ गांव के पास शिव खोरी मंदिर से कटरा में माता वैष्णो देवी मंदिर जा रही थी.

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक बस में सवार एक पीड़ित ने बताया कि बस पर 25 से 30 गोलियां चलीं और बस खाई में गिर गई. जबकि दूसरे पीड़ित ने बताया कि उसने लाल मफलर पहने एक नकाबपोश हमलावर को बस पर गोलियां चलाते देखा. तेरयथ अस्पताल में भर्ती बनारस के एक घायल तीर्थयात्री ने कहा कि हमें शाम 4 बजे निकलना था, लेकिन बस शाम 5.30 बजे निकली और अचानक गोलीबारी होने लगी. जिला अस्पताल में भर्ती उत्तर प्रदेश के संतोष कुमार ने कहा कि मैं बस चालक के बगल में बैठा था और एक गाड़ी घने जंगलों से नीचे की ओर आ रही था, तभी मैंने देखा कि अपने चेहरे और सिर को काले कपड़े से ढके एक व्यक्ति ने बस के सामने आकर अंधाधुंध गोलीबारी की. उन्होंने कहा कि गोलीबारी में ड्राइवर घायल हो गया और बस खाई में जा गिरी. उन्होंने कहा कि आतंकवादी बहुत देर तक बस पर गोलियां बरसाते रहे. पीडि़त ने बताया कि हम खाई में असहाय पड़े थे, उसके बाद कुछ स्थानीय लोग वहां पहुंचे और हमारी मदद की. उन्होंने कहा कि बाद में कुछ पुलिसकर्मी भी वहां पहुंचे.

अमित शाह ने लिया हालात का जायजा

वहीं, केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि तीर्थयात्रियों पर हुए नृशंस आतंकी हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कानून का सामना करना पड़ेगा. रविवार को दूसरी बार केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ लेने के तुरंत बाद शाह ने कहा कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और जम्मू-कश्मीर के डीजीपी आरआर स्वैन से बात की और आतंकी हमले के बाद स्थिति का जायजा लिया.

प्रधानमंत्री ने दिए हर संभव मदद के निर्देश

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमले के बाद की स्थिति का जायजा लिया और उन्हें लगातार स्थिति की निगरानी करने और प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. इस जघन्य कृत्य के पीछे जो भी लोग हैं, उन्हें जल्द ही दंडित किया जाएगा.

कांग्रेस समेत इन पार्टियों ने की हमले की निंदा

वहीं, कांग्रेस ने कहा कि यह घटना जम्मू-कश्मीर में चिंताजनक सुरक्षा स्थिति की वास्तविक तस्वीर को दर्शाती है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी एनडीए सरकार शपथ ले रही है और कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष देश में हैं, तब तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर एक कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले में लोगों को जान गंवानी पड़ी. नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की महबूबा मुफ्ती और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के गुलाम नबी आजाद के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी आतंकवादी हमले की निंदा की है.

मृतकों की नहीं हो सकी शिनाख्त

रियासी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहिता शर्मा ने बताया कि एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई और शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार आतंकवादियों ने घात लगाकर बस पर गोलीबारी की थी. बस शिव खोड़ी से कटरा के लिए निकली थी, हमले के बाद ड्राइवर ने संतुलन खो दिया और बस खाई में गिर गई. उन्होंने बताया कि बचाव अभियान पूरा हो गया है. मृतकों की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है. लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट से पता चलता है कि वे सभी उत्तर प्रदेश के हैं. शर्मा ने बताया कि वे आमतौर पर हाई अलर्ट पर रहते हैं तथा पिछले कई दिनों से आसपास के क्षेत्रों में लगातार गश्त के साथ शिव खोड़ी मंदिर को पूरी तरह से सुरक्षित कर लिया है. एसएसपी ने बताया कि हमने ग्राम रक्षा गार्डों के लिए फायरिंग अभ्यास भी शुरू कर दिया है., उन्हें सभी को अलर्ट पर रखा गया है.

आतंकियों का पता लगाने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी

रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन के कॉर्डिनेट करने के लिए घटनास्थल पर पहुंचे रियासी के उपायुक्त विशेष पॉल महाजन ने बताया कि मृतकों में तीन महिलाएं शामिल हैं. चार लोगों के शव घटनास्थल के पास स्थित अस्पताल में हैं. उन्होंने बताया कि यह अभी स्पष्ट नहीं है कि मृतकों में से किसी को गोली लगी है या नहीं. बता दें कि इस जघन्य कृत्य के लिए जिम्मेदार आतंकवादियों का पता लगाने और उन्हें मार गिराने के लिए व्यापक सर्च ऑपरेशन के लिए रियासी और पड़ोसी राजौरी जिले से सुरक्षा बलों को भेजा गया है.

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